कुछ दिनों से बुखार ने बिस्तर पर बांध रखा था
बिटिया की किताब और कलम हाथ लग गई
लिख दी कुछ पाँतिया – उम्मीद करता हूँ आप को पसंद आएगी |
यादों की बारिश
कुछ दिनों से बुखार ने बिस्तर पर बांध रखा था
बिटिया की किताब और कलम हाथ लग गई
लिख दी कुछ पाँतिया – उम्मीद करता हूँ आप को पसंद आएगी |
यादों की बारिश
Nice creation
LikeLiked by 1 person
Thanks Astha. Now I feel like writing too 🙂
LikeLike
Bahut badhiya likhaa hai👌👌👌
LikeLike
Dhanyavaad Madhusudan Ji 🙂
LikeLike